June 16, 2025

मां सरस्वती सम्मान से सम्मानित हुए 51 साहित्यकार, काव्य की गूंज से गूंजा सभागार..

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मां सरस्वती सम्मान से सम्मानित हुए 51 साहित्यकार, काव्य की गूंज से गूंजा सभागार..

 

 

उत्तराखंड: कलम क्रांति साहित्यिक मंच की ओर से आयोजित एक भव्य समारोह में 51 साहित्यकारों एवं विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रहे व्यक्तियों को ‘मां सरस्वती सम्मान 2025’ से सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम साहित्य, संस्कृति और समाज सेवा के प्रति समर्पित लोगों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान काव्य गोष्ठी का आयोजन भी हुआ, जिसमें देशभर से आए साहित्यकारों ने अपनी कविताओं की प्रस्तुति दी और श्रोताओं की भरपूर सराहना प्राप्त की। इस अवसर को और भी रंगीन बनाया बालखिला की महिला मंगल दल ने, जिन्होंने ढोल-दमाऊं की थाप पर पारंपरिक ‘पौणा नृत्य’ की शानदार प्रस्तुतियां दीं। उनकी प्रस्तुति ने सांस्कृतिक वातावरण को जीवंत कर दिया और दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया। कलम क्रांति मंच ने बताया कि यह सम्मान समारोह हर वर्ष आयोजित किया जाता है ताकि देशभर के रचनात्मक और प्रेरणादायी व्यक्तित्वों को मंच देकर सम्मानित किया जा सके।

साहित्य, संस्कृति और समाज सेवा को समर्पित कलम क्रांति साहित्यिक मंच के तत्वावधान में ‘मां सरस्वती सम्मान 2025’ समारोह का भव्य आयोजन जिला पंचायत सभागार में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अखिल भारतीय साहित्य परिषद के प्रदेश अध्यक्ष सुनील पाठक, उत्तराखंड आंदोलनकारी शिक्षिका मनीषा रावत और लेखक संदीप रावत ने संयुक्त रूप से किया। समारोह में 51 साहित्यकारों व रंगमंच से जुड़े रचनाकारों को ‘मां सरस्वती सम्मान 2025’ से सम्मानित किया गया। 50 अन्य व्यक्तियों को पर्यावरण, शिक्षा, लोकसंस्कृति, सामाजिक सेवा और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। सम्मानित व्यक्तियों में जागर गायिका पम्मी नवल, पर्यावरण प्रेमी शिक्षक धन सिंह घरिया, और अक्षत नाट्य संस्था के अध्यक्ष विजय वशिष्ठ प्रमुख रहे। कार्यक्रम के दौरान एक साहित्यिक काव्य गोष्ठी का आयोजन भी हुआ, जिसमें भाग लेने वाले साहित्यकारों ने कविता, गीत और ग़ज़लों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कलम क्रांति साहित्यिक मंच ने इस आयोजन के माध्यम से साहित्य, कला और समाज सेवा से जुड़े व्यक्तियों को एक साझा मंच प्रदान करते हुए उनके योगदान को सार्वजनिक रूप से सराहा और प्रोत्साहित किया।

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मंच की अध्यक्ष शशि देवली ने इस अवसर पर कहा कि कलम क्रांति साहित्यिक मंच वर्ष 2018 से साहित्यिक गतिविधियों का संचालन कर रहा है, और कोविड काल में मंच द्वारा विभिन्न स्थानों पर जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिससे समाज में सकारात्मक संदेश फैला। कार्यक्रम में बच्चीराम उनियाल, शिक्षिका बबीता थपलियाल, ऊषा रावत, सुनील नाथन, मोहन सिंह नेगी सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. डीएस नेगी और हिमांशु थपलियाल ने संयुक्त रूप से किया। काव्य गोष्ठी में देशभर से आए साहित्यकारों ने अपनी कविताओं व रचनाओं की प्रस्तुतियां देकर माहौल को साहित्यिक सौंध में रंग दिया।

 

 

 

A photo

कमल सिंह चौधरी